उत्तराखंड
विश्व का एकमात्र हनुमान मंदिर- जरूर पढ़े
विश्व का एकमात्र हनुमान मंदिर जहां पर होते हैं हनुमानजी के 21 स्वरूपों के दर्शन बताया जाता है कि इस धाम के अलावा विश्व में ऐसा हनुमान जी का कोई भी मंदिर नहीं है जहां पर एक ही स्थान पर हनुमान जी के 21 स्वरूपों के दर्शन होते हैं इस मंदिर का नाम है हनुमान धाम जोकि देवभूमि उत्तराखंड के एक छोटे और सुंदर से शहर रामनगर के एक छोटे से गांव छोई में स्थित है ।
हनुमान धाम की स्थापना –
हनुमान धाम का भूमि पूजन 17 नवंबर 2011 को किया गया था जिसके बाद 24 अप्रैल 2016 को यहां मूर्ति की स्थापना की गई थी हनुमान धाम का क्षेत्रफल सवा 6 एकड़ में फैला हुआ है जो कि कोसी नदी के तट पर स्थित है जहां पर पांच पुजारी हनुमान धाम पर पूजा अर्चना के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं वैसे तो हर रोज यहां सुबह-शाम विशेष पूजा होती है जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु पूजा में शामिल होते हैं साथ ही मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा के साथ ही यहां पर पहुंचने वाले भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया जाता है और यहां पहुंचने वाले भक्तों को प्रसाद वितरण किया जाता है –
जाने आखिरकार इसी गांव को क्यों चुना गया इस धाम के लिए-
बताया जाता है कि आदि कवि महर्षि वाल्मीकि के अनुसार हनुमान जी ने कोसी नदी के तट पर तपस्या की थी जिस कारण से इसी कोसी नदी के तट पर हनुमान धाम की स्थापना की गई वैसे तो हनुमान जी की महिमा अपरंपार है चाहे वह सतयुग में हो या फिर कलयुग में इनके भक्तों की लंबी चौड़ी सूची है जोकि अनगिनत मानी जाती है बताया जाता है कि जब कोई भी व्यक्ति हर किसी चीज से हार जाता है तो बालाजी के दरबार और हनुमान जी की शरण लेता है और बाबा उसके सभी दुख दर्द और कष्ट हर लेते हैं और अपने भक्तों की नैया पार लगाते हैं l
कहां पर स्थित है हनुमान धाम –
रामनगर से हल्द्वानी की तरफ आते समय रामनगर से महज 7 किलोमीटर दूर छोई में स्थित है छोई मुख्य सड़क से दाईं तरफ छोई के अंदर गांव में जाकर 2 किलोमीटर फिर बाई तरफ को हनुमान जी का मंदिर बना है जोकि ठीक कोसी नदी के बराबर में स्थित है कोसी नदी रामनगर की बड़ी नदी है जोकि पहाड़ी क्षेत्रों से होकर गुजरती है और रामनगर और छोई के बीच एक यही नदी है जो कि छोई और रामनगर को अलग-अलग हिस्सों में बांटती है
हनुमान धाम का वर्णन – भक्तों की हनुमान जी पर आस्था –
उत्तराखंड के रामनगर जोकि जिला नैनीताल के एक छोटे से शहर रामनगर जो कि प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है रामनगर के एक छोटे से गांव जिसका नाम छोई है वहां पर हनुमान धाम की स्थापना हुई थी अब यहां हजारों , लाखों की तादाद में लगातार श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शनों के लिए और सुंदर और भव्य हनुमान धाम के दर्शन को यहां लगातार भक्त पहुंचते हैं बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड दूर-दूर से दिल्ली , आगरा अन्य बड़े शहरों से भी जो कोई पर्यटक उत्तराखंड रामनगर घूमने आते हैं वह भी हनुमान धाम के दर्शन किए बिना वापस नहीं जाते हैं क्योंकि बाबा की शक्ति और हनुमान जी से भक्तों का प्यार और स्नेह और हनुमान धाम की सुंदरता भक्तों को यहां तक खींच लाती है हर दिन यहां भक्त पहुंचते हैं हालांकि शनिवार और मंगलवार को यहां पर विशेष पूजा होती है और उस दिन यहां भक्तों की तादाद कुछ ज्यादा ही होती है क्योंकि शनिवार और मंगलवार को हनुमान जी का वार बताया जाता है इस वजह से इस खास दिनों में यहां भक्तों की तादाद अत्यधिक देखी जा सकती है इसके अलावा भी दूर-दूर से भक्त हनुमान धाम के दर्शन को पहुंचते हैं ।