उत्तराखंड
विश्व टाइगर दिवस के अवसर पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बच्चों के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया
Newsupdatebharat Uttarakhand Ramnagar Report Sanjay Singh karakoti
रामनगर – कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में ग्लोबल टाइगर डे के अवसर पर कॉर्बेट के आमडंडा में बच्चों के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बच्चों को बाघों के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम में जिसमें मुख्य बतौर अतिथि विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को बताया गया कि बाघों के रूस में 2010 में बाघ संरक्षण पर सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा पर हस्ताक्षर करके 2022 तक बाघ क्षेत्र की अपनी सीमा में बाघों की संख्या दोगुना करने का संकल्प लिया था। और दुनिया भर में 29 जुलाई को वैश्विक बाघ दिवस के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया गया। तब से हर साल बाघ संरक्षण पर जागरूकता का सृजन करने और उसके प्रसार के लिए वैश्विक बाघ दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
सभी लोगो के प्रयास से अब दुनिया में टाइगर की संख्या बढ़ रही है। जिसमे हमारे देश मे दुनिया के 70 प्रतिशत बाघ हैं। साथ ही बच्चों को बताया गया कि किस प्रकार वनकर्मी अपनी जान जोखिम में डाल कर वन्यजीवों की सुरक्षा में करते हैं। इनकी सुरक्षा करते हुए कई बार सुरक्षाकर्मी काल के गाल में भी समां जाते हैं।
यहां जोशी ने बच्चो को बताया कि किस तरह से बाघ जंगल के लिए जरूरी है। साथ ही बाघ के चलते कॉर्बेट में बढ़ रहे टूरिज्म और इन पर्यटकों के आने से यहां की इकॉनमी में पड़ रहे प्रभाव की जानकारी दी। मदन जोशी ने हर मौसम में कड़ी मेहनत कर रहे वन कर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि इन्ही लोगो के दम पर पार्क में वन्यजीव सुरक्षित हैं। उन्होने स्थानीय लोगो की कॉर्बेट में भागीदारी होने से बाघों की सुरक्षा किस तरह बढ़ रही है यह भी बच्चो को बताया। जोशी ने इनसे संघर्ष के बारे में बताते हुए कहा कि बाघ बहुत ही शर्मिला प्राणी है। लेकिन बीमार, घायल और भूखा होने पर ही बाघ इंसान पर हमला करता है। बाघ के हमलो में कई लोंगो ने जान भी गंवाई है। जिन्हें वह नमन करते हैं। इस मौके पर बिजरानी रेंजर बिंदर सिंह, डिप्टी रेंजर ओमप्रकाश और फारेस्ट गार्ड विनोद के साथ ही स्कूली बच्चे, बिजरानी का स्टाफ और कई नेचर गाइड मौजूद रहे।