उत्तराखंड
अभ्युदय संस्था ने उत्तराखंड के मोटे अनाज को लेकर 21 अगस्त को रखा है टेस्ट आफ मिलेट्स कार्यक्रम।
आजकल स्वास्थ्य मुख्य मुद्दा बन चुका है, और यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है। अच्छे स्वास्थ्य का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है आपका आहार। अपने आहार में अनूपचारिक अनाज का उपयोग करके आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
अगर हम बात करें मिलेट्स की जिन्हें हम ‘सुपर ग्रेन्स’ के रूप में जानते है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ब्लड को लेकर काफी गंभीरता दिखाते हुए इसे स्वास्थ्य और रोजगार जोड़कर उत्तराखंड के मोटे अनाज को एक नई दिशा देने का कार्य किया है।
इसी कड़ी में अभ्युदय संस्था एक कदम आगे बढ़ते हुए मिलेट्स की उपयोगिता और लोगों को इससे रूबरू कराने के लिए विगत 21 अगस्त को टेस्ट आफ मिलेट्स कार्यक्रम रखने जा रहा है, जिसमे मोटे अनाज जैसे बाजरा, रागी, मक्का, झूंगर, आदि व्यंजनों को लोगों के समक्ष रखा जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इसके स्वाद के साथ इसके लाभों से भी अवगत हो सके और उत्तराखंड के मिलेट्स कार्यक्रम को एक नई दिशा मिल सके।
अभ्युदय संस्था के संरक्षक भुवन जोशी ने बताया की मिलेट्स अनूपचारिक अनाजों में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं। ये हमारे शरीर को सभी महत्वपूर्ण पोषण तत्वों के लिए आवश्यक होते हैं और स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार मोटे अनाजों के प्रति सजकता पूर्वक इसके लाभों से जनता को अवगत करा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। जहां अभ्युदय संस्था भी आगामी 21 अगस्त को टेस्ट ऑफ़ मिलेट्स कार्यक्रम करने जा रही है।
अभी यह सीजन मक्के का है, इसलिए कार्यक्रम में मक्के से बनने वाले व्यंजनों का स्वाद और मोटे आनाज की उपयोगिता को आने वाले लोग जान पाएंगे, और इस कार्यक्रम का उद्देश्य भी मिलेट्स को व्यापार की अग्रिम पंक्ति में लाना है ताकि लोग माननीय प्रधानमंत्री के मिलेट्स (स्वाद, स्वास्थ्य और रोजगार ) कार्यक्रम से जुड़ सके।
इस दौरान अरुण कुमार, मुन्नी बिष्ट, पूनम जोशी, जितेंद्र मेहता, भुवन भट्ट, कुणाल गोस्वामी आदि मौजूद रहे