उत्तराखंड
पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त शिकायत के बावजूद भी मरम्मत कार्य शुरू नहीं। विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है अनदेखा।
Newsupdatebharat Uttarakhand nainital Report Seema Nath
नैनीताल – नैनीताल शहर में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों से हजारों लीटर पानी बहकर बर्बाद हो रहा है लेकिन जलसंस्थान द्वारा इसको अनदेखा किया जा रहा है। नगरवासियों की शिकायत के बावजूद विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन का मरम्मत कार्य शुरू नहीं किया गया है।
बता दें कि 2016 में नैनीझील का जलस्तर शून्य से नीचे पहुँचने पर जिला प्रशासन व जल संस्थान ने वर्ष 2017 में नगर में जलापूर्ति की मात्रा कम करने का फैसला लिया था। जिसके बाद नगर के लोगो को जलसंस्थान द्वारा प्रतिदिन सात से आठ एमएलडी पानी सप्लाई की जा रही है। जिस वजह से नगर के कई क्षेत्रों में पेयजल की समस्या बनी हुई है जिसको लेकर नगरवासियों ने सम्बंधित विभाग को जलापूर्ति न होने की शिकायत की लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
वहीं जलसंस्थान का कहना है कि रोस्टिंग के बाद से पानी की बचत हुई हैं जिससे झील के जलस्तर में वृद्धि हुई हैं। इसके बावजूद भी नगर के विभिन्न क्षेत्र चार्टन लॉज, सात नम्बर, शेरवानी कम्पाउंड में पेयजल की भारी किल्लत बनी हुई हैं। पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने से हर रोज हजारों लीटर पानी बहकर बर्बाद हो रहा है। जिस पर नगरवासियों ने कई बार सम्बंधित विभाग को पेयजल की समस्या से अवगत भी कराया लेकिन विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बने हुए है।
वहीं जल संस्थान के अधिशासी अभियंता संतोष उपाध्याय का कहना हैं की नैनीताल में पेयजल लाइनों के क्षतिग्रस्त होने व पानी लीकेज होने की जानकारी मिली है। कर्मचारियों को क्षतिग्रस्त लाइन दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।