उत्तराखंड
जोशीमठ भू धसांव से सबक लेकर नैनीताल में भी हुई बैठक, जिले के संवेदनशील इलाकों का सर्वे कर आकलन करने के दिए निर्देश।
नैनीताल – भविष्य में जिले में किसी प्रकार का भू-धसाव एवं भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न न हो जिसे लेकर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने आज अपने जिला कार्यालय नैनीताल में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक ली। उन्होंने ग्राम सभा आलूखेत, ढूंगसिला, सलैड़ी भीमताल एंव अन्य क्षेत्रों का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि भविष्य में भू-धसाव से कोई बड़ी घटना न हो इसके लिए अधिकारी पहले से ही अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर ऐसे स्थानों को चिन्हित करें जहॉ भू-धसाव एवं भूस्खलन की सम्भावना बनी हो।
श्री गर्ब्याल ने ग्राम सभा ढुंगसिला में पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन एवं आलूखेत में भूस्खलन से आवासी भवनों को खतरे से रोकने एवं आवश्यक समाधान करने हेतु कृषि विभाग एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों को आज ही संयुक्त रूप से सर्वे करते हुए स्टीमेट बनाने के निर्देश दिये, ताकि भू-धसाव एवं भूस्खलन क्षेत्र में स्क्रबर, कलवर्ट नालियों आदि की व्यवस्था समय रहते की जा सके। जिससे वर्षाकाल के दौरान भू-धसाव एवं भूस्खलन क्षेत्र प्रभावित न हो। इसके साथ ही उन्होंने भीमताल में ड्रेनैज की समस्या के चलते आये दिन जलभराव की स्थिति के समाधान के लिए श्री गर्ब्याल ने सिंचाई एवं लोनिवि के अधिकारियों से सर्वे करते हुए स्टीमेट बनाने के निर्देश दिये ताकि जिन-जिन स्थानों पर नालों का साइज छोटा है उन स्थानों को आवश्यकता अनुसार चौड़ा किया जा सके। जिससे की उनमें मलवा इत्यादि एकत्र न हो सके जिससे पानी की निकासी निरन्तर बनी रहे।
उन्होंने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सड़कों के निमार्ण के दौरान पानी की निकासी पर विशेष ध्यान देना सुनिश्चित करें। जिससे की पानी अनियन्त्रित होकर आबादी क्षेत्रों में न जा सके।
बैठक में अपर जिलाधिकारी शिवचरण द्विवेदी, अशोक कुमार जोशी, उपजिलाधिकारी राहुल साह, लोनिवि के ईई संजय पाण्डे, एएई संजय कुमार, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी शैलेश कुमार, उपनिदेशक/जिऑलजिस्ट् डॉ डीएस चन्द, अनिल कुमार वर्मा, सहायक अभियन्ता सिंचाई दिनेश सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ वीके यादव, हिमांशु उप्रैती के साथ अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।