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देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 150 करोड़ डोज के पार पहुंचा।

Newsupdatebharat Uttarakhand Delhi News Desk

दिल्ली –  कोरोना की तीसरी लहर के बीच देश ने कोरोना वैक्सीनेशन का एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। शुक्रवार तक देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 150 करोड़ डोज के पार चला गया। Co-Win डैशबोर्ड के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम 8 बजे तक देश में 1,50,60,30,242 डोज दिए जा चुके थे।

वहीं 3 जनवरी से शुरू हुए 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन का आंकड़ा भी पांच दिनों में 2 करोड़ डोज के पार हो गया। Co-Win के अनुसार शुक्रवार को 2 करोड़ 91 हजार से ज्यादा बच्चों को पहला डोज दिया जा चुका था।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने इसे ऐतिहासिक मुकाम बताया है। पीएम मोदी ने कहा कि देश की 90% वयस्क आबादी को दो डोज लगाए जा चुके हैं और 3 जनवरी से अब तक 15 से 18 साल के लगभग 1.68 करोड़ बच्चों को एक डोज दिया जा चुका है। यह उपलब्धि पूरे देश और हर राज्य सरकार की है।

देश में 16 जनवरी 2021 से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी। सरकार ने पिछले साल अगस्त से दिसंबर तक 216 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने का लक्ष्य तय किया गया था। लेकिन तय लक्ष्य के मुकाबले अभी तक देश में 150 करोड़ डोज ही लग पाए हैं। शुरूआत के 20 करोड़ डोज  लगाने में 131 दिन में गए थे। फिर अगले 20 करोड़ डोज 52 दिन में लगा दिए गए। इसके बाद 40 से 60 करोड़ डोज लगाने में 39 दिन ही लगे।

अभियान को तेज करने से 60 करोड़ से 80 करोड़ डोज तक पहुंचने में केवल 24 दिन लगे। उसके बाद 80 करोड़ से 100 करोड़ डोज तक पहुंचने में 31 दिन लगे। और 100 से 150 करोड़ वैक्सीन डोज होने में 78 दिन लगे हैं। इस लिहाज से देखा तो अब वैक्सीनेशन की रफ्तार कम हो गई है। इस रफ्तार से तय लक्ष्य को पूरा करने में 4 से 5 महीने लग जाएंगे।

देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इन बढ़ते मामलों के बीच 10 जनवरी से 60 साल से ऊपर के बीमार बुजुर्गों, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रिकॉशन डोज यानी वैक्सीन की तीसरी खुराक देने की शुरुआत होगी। प्रिकॉशन डोज 60 साल से अधिक उम्र के केवल उन्हीं लोगों को लगाया जाना है, जो  एक से अधिक बीमारियों से पीड़ित हैं।

सरकार ने कोमॉर्बिडिटी के तहत आने वाली 22 बीमारियों की लिस्ट जारी की है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने साफ किया है कि कोमॉर्बिडिटी वाले 60 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को प्रिकॉशन डोज लेने के लिए डॉक्टर से कोई सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि ऐसे लोगों को प्रिकॉशन डोज लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है।

पीएम मोदी ने देश के वैज्ञानिकों, वैक्सीन निर्माताओं और स्वास्थ्य मंत्रालय को भी शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा कि यह सभी के मिले-जुले प्रयासों का नतीजा है कि हम शून्य से इस शिखर तक पहुंचे हैं।

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