उत्तराखंड
*वो दौर कुछ और था…ये दौर कुछ और है…*
*ये वक्त उत्तराखंड को संवारने का है – सीएम धामी

एक वक्त था जब राज्य में नेताओं और अफसरों का वरदहस्त से नक़ल माफिया इतने ताकतवर हो गए थे कि उसपर लगाम लगाना असंभव लग रहा था…भ्रष्टाचार का बोलबाला था…भ्रंष्टाचार इस कदर यहां के नेताओं, अफसरों और कर्मचारियों में घुस चुका था कि देव भूमि में भगवान के दर्शन के लिए भी पैसे और पैरवी के इंतजाम करने पड़ते थे…राज्य के युवा मायूस और गुमसुम थे…जवान होने से पहले घरबार छोड़ने को मजबूर थे… जिन्हें जिम्मेदारी दी जाती थी राज्य को संभालने की वो ये मान कर बैठे रहते थे कि यहां का कुछ होने वाला नहीं है…अपना देख लो…वैकेंसी और रोजगार तो युवा सिर्फ अखबारों में दूसरे राज्यों का पढते थे…
*कहते हैं समय सबका बदलता है….वो चाहे व्यक्ति हो राज्य हो या देश…उत्तराखंड का भी वक्त बदला है*
एक युवा और उसकी सोच ने बहुत कुछ बदल दिया ..जनता में भरोसा पैदा किया और किसी भी सरकार की असली ताकत जनता का भरोसा जीतना ही होता है ।
*राज्य की तस्वीर तभी बदल सकती जब राज्य का संचालन करने वालों पर राजा की पैनी निगाह हो*

*देवभूमि जिसके लिए सबसे पहले जाना जाता वो है चारधाम यात्रा…एक समय था जब कभी भी यात्र पूरी नहीं हो पाती थी..शुरू होने के कुछ दिनों बाद ही रुक जाती थी…कभी मौसम तो कभी अव्यवस्था की वजह से..पर आज रिकॉर्ड संख्यां में श्रधालू देव भूमि आ रहे हैं लाखों की संख्यां में चारधाम की यात्रा पर है .. एक छोटी सी खबर नहीं मिल रही कि यात्रा में कोई परेशानी हो रही है..मौसम अभी भी अपने हिसाब से चल रहा है..अधिकारी भी वही है ..रास्ते भी वही हैं बस संचालन बदला है…यानी संचालन की ड्राइविंग सीट पर सीएम धामी बैठे हैं*
*सीएम धामी का पहला प्रहार*
*देवभूमि की गरिमा को छेड़ने वालों को हम छोड़ेंगे नहीं – सीएम धामी*

अराजकता राज्य को कमजोर कर देती है इसलिए उत्तराखंड को संवारने के कदम में सीएम धामी का पहला कदम था राज्य में अराजकता को रोकना… देवों की भूमि पर अवैध कब्जा सीएम को पंसद नहीं…राज्य की जनता त्रस्त थी ..सीएम ने सबसे पहले इसपर अटैक किया…राज्य को अतिक्रमण से मुक्त कराया…गलत तरीके से राज्य की जमीन को हड़पने वालों पर तगड़ी कारवाई कर बड़े बड़े माफियाओं की चूलें हिला दी…नतीजा डेमोग्राफी पर एकदम से लगाम लग गया
*सीएम धामी का दूसरा प्रहार*
*भ्रष्टाचार के लिए उत्तराखंड में कोई जगह नहीं है – सीएम धामी*
पहली बार प्रदेश के इतिहास में दो आईएएस, एक पीसीएस अधिकारी सहित 12 से अधिक बड़े अफसरों को एक साथ निलंबित किया गया। यह कार्रवाई नहीं, संदेश है ..कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है।
राज्य के गठन के बाद यहां कई सरकारें बनीं और गयीं। भ्रष्टाचार बना रहा और मजबूत होता रहा। पहली बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने भ्रष्टाचार पर निर्णायक वार करने की रणनीति को अमली जामा पहनाया है। अपराधियों में भय पैदा करने और कानून व्यवस्था सुधारने के लिए धामी सख्त प्रहार चर्चा है।..छोटा हो या बड़ा अफसर कोई बख्शा नहीं जा रहा है..
सीएम धामी ने जनता को एक ठोस व्यावस्था दी..राज्य के लोग अब सीधे शिकायत कर सकते हैं घूसखोर अफसरों और कर्मचारियों की..सीएम खुद समय समय पर जनता से संवाद कर एक्शन का अपडेट लेते हैं
जनता को टोल-फ्री नंबर 1064 दिया गया, जिस पर बेहिचक शिकायतें आ रही हैं और उन पर त्वरित कार्यवाही हो रही है। यह
*सीएम धामी का तीसरा प्रहार*
*नकल विरोधी कानून*..
*राज्य तभी संवर सकता है जव हमारे युवा सवंरेंगे – सीएम धामी*

राज्य की शिक्षा व्यवस्था को नकल माफियाओं की गिरफ्त से निकालने के लिए सीएम धामी ने सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया..
राज्य में सक्रिय नक़ल माफिया इतना ताकतवर हो गया था कि नेताओं और अफसरों का वरदहस्त उसे प्राप्त था। उसने प्रदेश के प्रतिभाशाली और परिश्रमी नौनिहालों का भविष्य संकट में डाल रखा था। फरवरी- 2023 में प्रदेश में देश का सबसे सख़्त नकल विरोधी कानून लागू कर धामी सरकार ने नकल माफिया के समूल नाश की शुरुआत की। इस नकल विरोधी कानून के प्रावधानों को देखें तो यह केवल एक कानून नहीं भ्रष्टाचार पर सीधा प्रहार था। युवाओं के भविष्य की रक्षा का संकल्प था। इस कानून का उलंघन करने वालों पर 10 करोड़ रुपए तक का ज़ुर्माना और आजीवन कारावास का प्रावधान है।
आज राज्य के युवा बेखौफ परीक्षा दे रहे हैं और राज्य की सरकारी पदों पर विराजमान हो रहे हैं
*सीएम धामी का चौथा प्रहार*
*राज्य से बाहर गए युवाओं का वापिस लाने के लिए हम कुछ भी करने को तैय्यार हैं – सीएम धामी*

नकल रोकने के बाद सीएम ने राज्य में खाली पदों को भरने के लिए कई परीक्षाएं करवाई..साफ सुथरी परिक्षाओं के जरिए पास हुए छात्रों को अब उसका ईनाम मिल रहा है..समय पर नौकरियां मिल रही है..सीएम धामी के प्रयासों से अबतक 25 हजार से ज्यादा युवाओं को राज्य के अलग अलग विभागों में नौकरियां मिल चुकी है
बाहर गए युवाओं को राज्य में वापिस लाने के लिए सीएम धामी देश भर के अलग अलग उधमियों से मिलकर राज्य में उधोग धंधे लगवा रहे हैं…विश्व के कई देशों का दौर कर कई उधमियों को राज्य में उधोग लगाने पर राजी कर चुके हैं..जिससे युवा रोजगार पा रहे हैं…
कुटीर उधोग से लेकर होम स्टे तक..ये सभी योजनाओं में युवा बढचढकर हिस्सा ले रहे हैं और गाढी कमाई भी कर रहे हैं..एक आंकड़ों के मुताबिक बड़ी संख्यां में राज्य से बाहर गए युवा अब प्रदेश लौट रहे हैं और इन योजनाओं से जुड़ रहे हैं
समय समय पर सीएम खुद इन योजनाओं के संचालन की समीक्षा करते हैं …इन युवा उधमियों से मिलकर उन्हें प्रोत्साहित करते रहते हैं
*सीएम धामी का पांचवा प्रहार*
*मातृशक्ति स्वालंब और सशक्त रहेंगी तो हम और हमारा देवभूमि अपने आप मजबूत हो जाएगा – सीएम धामी*


आज उत्तराखंड में महिलाओं की अलग तस्वीर देखने को मिल रही है..एक वक्त था जब यहां की महिलाएं दूसरे राज्य के अपने लोगों की बाट जोहती नजर आती थीं… उनके चेहरे से मुस्कान गायब हो गई थी…आर्थिक विपन्नता उनके चेहरे पर साफ दिखाई देती थी.. पर आज तस्वीर पूरी तरह बदल गई है…महिलाएं स्वाबलंबी हो गई हैं…धामी सरकार द्वारा उनको ध्यान में रख कर चलाई जा रही है योजनाओं के जरिए आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं…होम स्टे से लेकर कुटीर उधोग तक महिलाएं इससे जुड़कर उधमी बन रही हैं…आज देवभूमि की मातृशक्ति के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है
*अगर ये रफ्तार यूं ही जारी रहा तो बहुत जल्द ट्रेलर की जगह पूरी फिल्म आपको देखने को मिलेगी*…..
*तब आप कहेंगे…वाकई ये नया वाला उत्तराखंड हैं*
