उत्तराखंड
सामाजिक संगठन देवोत्थान सेवा समिति ने अस्थियों को गंगा में किया प्रवाहित अब मिलेगी 9216 आत्माओं को मुक्ति।
Newsupdatebharat Uttarakhand Haridwar Report Jitendra kori
हरिद्वार : सामाजिक संगठन देवोत्थान सेवा समिति द्वारा शनिवार को धर्मनगरी हरिद्वार में 9216 लावारिस लोगों की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया गया। बता दें की सामाजिक संगठन देवोत्थान सेवा समिति से जुड़े लोगों द्वारा बीते 19 सालो से लगातार पूरे देश से हजारो लावारिस अस्थियो को एकत्र कर गंगा में प्रवाहित करने का पुण्य काम चलता आ रहा हैं। और उनका यह क्रम वर्तमान में भी जारी है। जिसके चलते उन्होंने शनिवार को भी कुल 9216 लोगों की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया। इन 9216 अस्थियों में से अधिकतर अस्थियाँ उन लोगो की थी जिनकी मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है।
इस दौरान देवोत्थान सेवा समिति के राष्ट्रीय महामंत्री विजय शर्मा बताया कि कोरोना महामारी से मरने वाले लोगो के अंतिम संस्कार के लिए वह दिल्ली के घाटों से अस्थियां उठाकर हरिद्वार लाये हैं। जहा पर पूरे विधि विधान के साथ सती घाट पर इन सभी अस्थियों को प्रवाहित किया गया।
उन्होंने बताया की उनके संगठन से 25 छात्र भी जुड़े है जो अस्थियो को इकठ्ठा करने का काम स्वयं ही करते है। बताया की साल 2003 में उन्होंने इस पुण्य काम की शुरुआत की थी और अब तक वह लगभग 15100 लोगो की अस्थियों को गँगा में प्रवाहित कर मोक्ष दिला चुके है।
इसके साथ ही इस बार देवस्थान सेवा समिति के इस पुण्य काम में हरिद्वार की पुण्यदायी अभियान सेवा समिति से जुड़े लोगों ने भी अस्थियों का विसर्जन करने में मदद की। संस्था के अध्यक्ष सतेंद्र चौधरी ने बताया कि आगे भी उनका यह अभियान जारी रहेगा।