उत्तराखंड
मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करने पर 44 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई, एक छात्र को 50 हजार, 43 छात्रों को 25 हजार का जुर्माना।
हल्द्वानी का राजकीय मेडिकल कॉलेज एक बार फिर से चर्चाओं में है। इस बार फिर से जूनियर छात्र के साथ मोबाइल पर रैगिंग करने का मामला सामने आया है। पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन ने एक छात्र के खिलाफ 50000 रूपए का जुर्माना और हॉस्टल निष्कासन की कार्रवाई की है, तो वहीं 43 छात्रों के खिलाफ 25-25- हजार जुर्माने की कार्रवाई की है।
एक महीने पहले मेडिकल कॉलेज में प्रवेश समाप्त हुआ है एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों की ओर से प्रथम वर्ष के छात्र को वीडियोकाॅल के जरिये गालीगलौज करने व मुर्गा बनाने का आरोप है। मामला नौ दिसंबर की रात का है जहां 2021 बैच के एक सीनियर ने जूनियर को फोन कर व्हाइट कोट सेरेमनी के बारे में जानकारी देनी की बात कह कर अन्य छात्रों के साथ अपने कमरे में बुलाया जहां इसके बाद सीनियर छात्रों ने वीडियो काॅल के जरिए अपना चेहरा नहीं दिखाया और रैकिंग कर उनके साथ गाली गलौज और मुर्गा बनवाया जिसकी जानकारी रात में ही एक जूनियर छात्र ने कालेज के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी को दी, जहां प्राचार्य और वार्डन टीम के साथ हास्टल पहुंच गए।
पहले जूनियर छात्रों से जानकारी ली और फिर सीनियर छात्रों से इस बारे में जानकारी ली, जिसके बाद पूरे मामले की जानकारी कॉलेज प्रशासन ने एंटी रैगिंग कमेटी को दी जहां एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुला ली गई जिसमें सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसपी सिटी हरबंश सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता कुसुम दिगारी आदि शामिल रहे, कमेटी ने सभी छात्रों और पीड़ित छात्र के अभिभावक के भी बयान लिए जहां सीनियर छात्रों ने घटना को स्वीकार किया।
कमेटी ने पूरे मामले में निर्णय लेते हुए मोबाइल प्रयोग करने वाले एक सीनियर छात्र पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाने के साथ उसे तीन महीने के लिए हास्टल से निष्कासित करने का आदेश दिया है इसके अलावा 43 सीनियर छात्रों को 25-25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। प्राचार्य प्रो. जोशी ने बताया कि कॉलेज में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी भविष्य में अगर इस तरह की कोई शिकायत मिलेगी तो उक्त छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।