मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के एक दिवसीय भ्रमण पर जिला मुख्यालय में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में मुख्यमंत्री ने जिले में संचालित विकास योजनाओं एवं जन कल्याणकारी कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को तेजी से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने और जनता की बेहतरी के लिए राज्य सरकार ने अनेक गेम चेंजर योजनाएं शुरू की हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को देवभूमि उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरी तत्परता व प्रतिबद्धता से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं का पूरा लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने एवं विभागीय सेवाओं की जन-समान्य तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य के आर्थिक संसाधनों को बढ़ाने की भी उल्लेखनीय पहल हुई है। केवल खनन क्षेत्र से ही ₹1200 करोड़ का राजस्व मिलने की उम्मीद है। जबकि पहले खनन से मात्र ₹200 करोड़ का राजस्व मिलता था। यह संसाधन राज्य के विकास को गति देने में महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली देने और राज्य में सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु मुख्यमंत्री सौर स्व-रोजगार योजना शुरू की है। इस तरह की योजनाओं से राज्यवासियों को काफी लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिए जिला, ब्लॉक व न्याय पंचायत स्तर तक शिविर आयोजित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इन योजना की जन-प्रतिनिधियों को भी पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि तेजी से विकास और जनकल्याण की राज्य सरकार की प्रतिबद्धताओं और प्रयासों का पूरा लाभ राज्यवासियों तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों को दिन-रात ईमानदारी से जुटे रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने सड़क परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए उत्तरकाशी से भैरोघाटी तक सड़क के चौड़ीकरण के प्रस्तावित कार्य को लेकर सीमा सड़क संगठन से पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगोत्री धाम व सीमांत क्षेत्रों को जोड़ने वाली इस सड़क के चौड़ीकरण को लेकर केंद्र सरकार के स्तर पर वार्ता कर इस काम को यथाशीघ्र प्रारंभ कराने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यमुनोत्री हाईवे के चौड़ीकरण की प्रगति की भी जानकारी लेते हुए इस मार्ग पर चौड़ीकरण और भूस्खलन उपचार के प्रस्तावित कार्यों को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने सड़कों को गड्ढामुक्त करने की प्रगति की जानकारी लेते हुए सड़क सुरक्षा के उपायों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दो साल के दौरान सरकार ने सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए क्रैश बैरियर लगाने के लिए सर्वाधिक धनराशि दी है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग से निरीक्षण कराते हुए सड़कों में सभी जरूरी जगहों पर क्रैश बैरियर लगाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जिले में गोविन्द वन्य जीव विहार के अंतर्गत पड़ने वाले क्षेत्र में पीएमजीएसवाई द्वारा प्रस्तावित सड़कों के लिए वन विभाग की अनुमति से संबंधित कार्रवाई शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश देते दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की रोक हटने के बाद अब कतई देरी न की जाए। बैठक में बताया गया कि जिले में जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत 536 योजनाओं में से 430 पर कार्य पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री ने शेष 106 योजनाओं को कार्य भी समय से पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी एसएल सेमवाल, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव, भाजपा के जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह राणा, ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत, ब्लॉक प्रमुख डुंडा शैलेंद्र कोहली, ब्लॉक प्रमुख मोरी बचन सिंह पंवार सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।