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उत्तराखंड

कमीशन मांगने वाली अधिकारी के खिलाफ ग्राम प्रधानों ने खोला मोर्चा

रिपोर्ट – संजय सिंह कडाकोटी
 
 ग्राम बैलपड़ाव में  अधिकारी का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल रहा है। इसे लेकर आज ग्राम प्रधानों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने उनके खिलाफ  मोर्चा खोला है। ग्राम प्रधानों का आरोप है कि ग्राम  अधिकारी कमीशन लेकर काम करती हैं। इसके साथ ही उनका आम जनता के साथ व्यवहार भी अच्छा नहीं है। जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि बैलपड़ाव के ग्राम प्रधानों और सैकड़ों ग्रामीणों का आरोप है कि बैलपड़ाव में तैनात महिला अधिकारी आए दिन ग्रामीणों के साथ बदतमीजी करती हैं। साथ ही उन लोगों को मंत्रियों की व उच्च अधिकारियों की धमकी भी देती हैं। वो राशन कार्ड ऑनलाइन करवाने और ग्राम पंचायत में कई कार्य करवाने को लेकर कमीशन मांगती हैं। जिसका विरोध करने पर वह कहती हैं कि आप राज्य में देख लें मैं केंद्र से अपना काम करवा लूंगी। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की धमकियों से आए दिन गरीब जनता परेशान है।
 
इसके बाद गरीब लोगों ने उनकी शिकायत ग्राम प्रधानों से की। ग्राम प्रधानों के कहने पर भी ग्राम अधिकारी काम करने को राजी नहीं हैं। गरीब जनता पंचायत घर में अपने कार्यों को लेकर चक्कर काटने को मजबूर है। बीते हफ्ते एक ग्रामीण ने तंग आकर ग्राम पंचायत विकास अधिकारी का गुपचुप तरीके से वीडियो बना दिया। जिसमें ग्राम पंचायत विकास अधिकारी कह रही हैं कि आपने मेरी मंत्रियों से शिकायत की, यहां पर अगर 40 से 50 लिया भी जा रहा है तो आपको कोटाबाग नहीं जाना पड़ रहा है। कोटाबाग जाने में आपका किराया भी लगता. वहां काम भी नहीं होता। यहां गारंटी है कि 40 से ₹50 देकर काम हो जाता है।
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी से तंग आकर बीते सप्ताह ग्राम प्रधान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत से मिले। जिसके बाद बंशीधर भगत ने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की। जिलाधिकारी सविन बंसल ने मुख्य विकास अधिकारी को जांच करने के आदेश दिए। जिस पर आज जांच अधिकारी संगीता आर्या बैलपड़ाव पंचायत घर पहुंची। उनके द्वारा सभी क्षेत्रों के ग्राम प्रधानों को भी बुलाया गया। जिसमें उनके द्वारा जांच गुपचुप तरीके से करने पर ग्राम प्रधान व ग्रामीण भड़क गए। तुरंत ही ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उन्हें हटाने की मांग की।
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