उत्तराखंड
जेल के सिपाही कैदियों को पहुंचाते थे सुविधाएं अब चारों के खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज
ब्यूरो रिपोर्ट-
उधम सिंह नगर में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने पूरे जनपद में सनसनी फैला दी है। मामला भी ऐसा की जिनके सहारे खूंखार बदमाश ओर हत्यारे सुरक्षा की दृष्टि में छोड़े जाते हैं और वहीं यदि भारी चूक हो तब क्या। इस मामले का खुलासा एक महिला ने किया और उत्तराखंड पुलिस ने ऐसे जेल के 4 बंदी रक्षकों पर मुकदमा लिख दिया है।
जानकारी के अनुसार रुद्रपुर निवासी महिला ने डीजीपी अशोक कुमार को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें महिला द्वारा केंद्रीय कारागार सितारगंज में डयूटी में तैनात बन्दी रक्षक, प्रभु सिंह ,अश्विनी शर्मा ,पंकज नागियान और दुष्यंत सिंह पर कारागार सितारगंज में सजायाफ्ता बंदीयों को जेल में मोबाइल, ब्लूटूथ, नशीले पदार्थ उपलब्ध कराने हेतु पैसे की सौदेबाजी करने और पैसे एकाउन्ट में मांगने का आरोप लगाया गया था । जिस पर डीजीपी अशोक कुमार द्वारा जाँच सितारगंज सीओ से करायी गयी । मामला सही पाए जाने पर मामले की गंभीरता को देखते हुए सितारगंज कोतवाली में चारों बंदीरक्षकों के विरुद्ध धारा 354 IPC के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
एसएसपी उधम सिंह नगर दिलीप सिंह कुंवर ने बताया की एक महिला का रिश्तेदार जेल में बंद था।महिला ने इस मामले में डीजीपी को शिकायती पत्र दिया था । उत्तराखंड के डीजीपी के आदेशों पर जेल में बंद सजायाफ्ता बंदियों को सुविधाएं दिलाने के नाम पर पैसा वसूलने के आरोप में सितारगंज जेल के चार बंदी रक्षकों के खिलाफ मुकदमा कायम हुआ है। पूरे मामले में सितारगंज सीओ की जांच के बाद कार्यवाही हुई है।