उत्तराखंड
Haridwar exclusive – महाकुंभ 2021 में कहीं भारी ना पड़ जाए स्वास्थ्य विभाग की यह बड़ी लापरवाही / जाने क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट – राहुल सिंह दरम्वाल ////
Haridwar exclusive – पिछले लंबे समय से उत्तराखंड सरकार हरिद्वार महाकुंभ में अधिकारियों को लगातार निर्देश दे रही है कि जल्द ही हरिद्वार महाकुंभ की सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए लेकिन अधिकारी तो मस्त है लगातार समय बीतता गया और हरिद्वार महाकुंभ शुरू भी हो गया लेकिन अभी भी तैयारियां जस की तस बनी हुई है वैसे तो अन्य और भी कई कमियां कुंभ में लगातार देखने को मिल रही है अभी कुछ समय पहले ही नैनीताल हाई कोर्ट ने भी सरकार को जल्द ही सभी कार्यों को पूर्ण करने के आदेश दिए थे लेकिन अभी भी स्वास्थ्य विभाग जैसे विभाग अभी तक हरिद्वार महाकुंभ में जरूरी कार्यों को तक पूरा नहीं कर सका है स्वास्थ्य विभाग के दावे खोखले नजर आ रहे हैं हरिद्वार राजकीय मेला अस्पताल में वायरोलॉजी लैब ना बनने से कोबिड की टेस्टिंग करके सैंपल बाहर भेजने पढ़ रहे हैं ।
जबकि हाईकोर्ट भी लगातार अधिकारियों को आदेश दे चुका है और सरकार भी लगातार कुंभ में मौजूद अधिकारियों को लगातार फटकार के साथ ही निर्देश दे चुकी है लेकिन अधिकारी तो खुद में ही मस्त नजर आ रहे हैं सभी कार्य अधूरे छूटे हुए हैं ऐसे में जहां कोविड-19 की दूसरी बडी लहर आ गयी है फिर से हर रोज संख्या मरीजों की बढ़ती जा रही है ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अभी तक हरिद्वार महाकुंभ में लैब का निर्माण नहीं करा पाया है हरिद्वार क्षेत्र में सैंपलिंग होने के बाद प्राइवेट अस्पतालों और दिल्ली और अन्य शहरों में सैंपल भेजे जा रहे हैं ऐसे में 2 से 3 दिन का समय रिपोर्ट आने में लग रहा है ।
पिछले वर्ष अप्रैल में तत्कालीन सीएमओ डॉ सरोज नैथानी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभागों की संयुक्त टीम ने मेला अस्पताल में सर्वे भी किया था लैब निर्माण के लिए चार करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा था प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले लैब का निर्माण का दावा किया था लेकिन महाकुंभ शुरू हो गया है और लगभग 1 सप्ताह का समय कुंभ को चलते हुए हो गए हैं लेकिन अभी तक लैब का निर्माण नहीं हो पाया है कहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण हरिद्वार महाकुंभ में आने वाले उत्तराखंड के साथ-साथ देश के अन्य कोनों से पहुंचने वाले लोगों को इसका खामियाजा ना भुगतना पड़े ।