उत्तराखंड
नेपाल की रहने वाली इमिग्रेशन आफिसर सरिता पंथी ने विश्व हिंदू परिषद , संघ और रंदीप की तारीफ , कहा परिवार की तरह करते हैं यह लोग सेवा
news update Bharat..
report ..Rahul Singh..
उत्तराखण्ड – नेपाल की मूल निवासी इमिग्रेशन आफिसर सरिता पंथी का पिछले 15 दिनों से स्वास्थ्य बहुत खराब चल रहा था और सरिता पंथी लगातार ट्रीटमेंट भी ले रही थी लेकिन स्वास्थ्य में कोई सुधार ना होने के कारण सरिता काफी घबराई हुई और काफी परेशान थी लेकिन जब उन्होंने फेसबुक के माध्यम से विश्व हिंदू परिषद के कार्यों को देख कर लगा कि विश्व हिंदू परिषद लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों और आसपास के लोगों को एक परिवार की तरह देखरेख और उनकी सेवा मदद में परिवार के सदस्य की तरह लगा है ।
तब जाकर उन्होंने रंदीप पोखरिया प्रदेश सह मंत्री विहिप से फेसबुक मैसेंजर के द्वारा संपर्क किया गया और अपनी स्वास्थ्य की जानकारी रंदीप को दी गई ऐसे में रंदीप के द्वारा सरिता को यह जानकारी दी गई कि हम अपनी एंबुलेंस के माध्यम से आपको किसी डॉक्टर के पास आपके स्वास्थ्य को लेकर मिलते हैं ऐसे में सरिता तैयार हुई और निकल पड़ी विश्व हिंदू परिषद की एंबुलेंस बॉर्डर से लेकर उत्तराखंड कोविड मरीज को लेकर रंदीप के द्वारा लगातार उनके ट्रीटमेंट और डॉक्टर की सलाह को और सरिता को दिखाकर और वापस सरिता को नेपाल बॉर्डर छोड़ दिया गया अब जाकर सरिता के द्वारा वीडियो फेसबुक और सोशल मीडिया के द्वारा उत्तराखंड प्रदेश सह मंत्री विश्व हिंदू परिषद रंदीप पोखरिया की तारीफ करते हुए संघ परिवार और विश्व हिंदू परिषद के कार्यों की सराहना की है ऐसे में उन्होंने कहा है कि रंदीप जैसे लोग संघ , विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठनों में कार्य करते हुए अपना ही नहीं बल्कि अपने संगठन और अपने समाज अपने देश के लिए उत्कृष्ट कार्य करते हुए सभी का मान बढ़ाते हैं और सैकड़ों हजारों लोगों की मदद के लिए हमेशा यह लोग अपने परिवार को छोड़कर दूसरे परिवारों को भी अपना परिवार मानकर परिवार के सदस्यों की तरह ही लगातार लोगों को ट्रीटमेंट और सेवा कार्य करते रहते हैं
साहित्यकार सरिता पन्थी ने कहा कि एम्बुलेन्स में जैसा लिखा है।
न ख़ौफ़ न मजबूरी बस एक कॉल की दूरी.
ऐसे ही आरएसएस व विश्व हिंदू परिषद की टीम भारत मे मरीजो की सेवा परिजनों की तरह कर रहे है ।
जिनकी मै आभारी हूँ…