उत्तराखंड
विधायक सुमित हृदयेश ने की पीसीएस की मुख्य परीक्षा स्थगित करने की मांग।
विधायक सुमित हृदयेश ने प्रेस वार्ता कर प्रांतीय लोक सेवा (पीसीएस) की मुख्य परीक्षा को स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
विधायक सुमित हृदयेश ने बृहस्पतिवार को नैनीताल रोड स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता आयोजित की, इस प्रेस वार्ता में विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि बीती 19 अक्टूबर को हाई कोर्ट ने महिला क्षैतिज आरक्षण पर फैसला देते हुए तकरीबन चार हजार से अधिक नए अभ्यर्थियों को पीसीएस मुख्य परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया था।
19 अक्टूबर को जारी हुई नई सूची के अभ्यर्थियों को पीसीएस मुख्य परीक्षा का फार्म भरने की अंतिम तिथि 26 अक्टूबर थी। अब 20 दिन बाद मुख्य परीक्षा होनी है। ऐसे में इन अभ्यर्थियों के सामने संकट खड़ा हो गया है कि महज 20 दिनों में पीसीएस जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी महज 20 दिन में किस तरह करें जबकि अन्य अभ्यर्थियों को इसके लिए तीन माह का समय मिला है। यह नई सूची के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है।
लोक सेवा आयोग इस समस्या को देखते हुए नवंबर में होने वाली पीसीएस की मुख्य परीक्षा को स्थगित करें ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
साथ ही उन्होंने राज्य में हुई विभिन्न परीक्षाओं में धांधली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि युवाओं के भविष्य को देखते हुए पीसीएस की मुख्य परीक्षा तत्काल स्थगित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह और कांग्रेस सदैव युवाओं के समर्थन में है, जरूरत पड़ने पर सड़क से सदन तक की लड़ाई भी लड़ी जाएगी।
इस दौरान हरीश मेहता, हेमंत बगड़वाल, एनबी गुणवंत, कैलाश साह, सुहेल सिद्दीकी, मुकुल बल्यूटिया आदि मौजूद रहे।