उत्तराखंड
चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए कर दिया पंजीकरण को अनिवार्य।
- सभी तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य
- सुगम और सुविधाजनक यात्रा के लिए मुख्यमंत्री धामी गंभीर
- मुख्य सचिव ने जारी किया शासनादेश, सहयोग की अपील
प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया गया है,
हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण बंद कर दिए जाने से अब ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यह कदम उठाया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा पर देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम और सुविधाजनक यात्रा को लेकर अत्यंत गंभीर हैं। सीएम धामी चारधाम यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित हो इसके लिए शासन प्रशासन के अधिकारियों से लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य का आदेश जारी किया है। शासनादेश में तीर्थयात्रियों से कहा गया है कि पंजीकरण के बाद ही यात्रा पर आएं।
बिना पंजीकरण के चारधाम यात्रा में आने पर उन्हें बैरियर या चेक प्वाइंट पर ही रोका जा सकता है। ऐसा होने पर उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। यात्रियों को सलाह दी गई है कि पंजीकरण होने पर वे निर्धारित तिथि पर ही यात्रा पर आएं। जिस धाम की यात्रा पर आ रहे हैं, उसी रूट पर जाएं।
यात्रा कराने वाले टूर एवं ट्रेवल्स एजेंसियों से भी यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि यात्रियों ने पंजीकरण कराया है या नहीं। यात्री वाहन को ट्रिप कार्ड जारी किया गया है या नहीं।
शासनादेश में अपेक्षा व्यक्त की गई है कि सभी तीर्थयात्री यात्रा एडवाइजरी का पालन करते हुए शासन-प्रशासन को सहयोग करेंगे।