उत्तराखंड
नैनीताल स्थित वरदो गांव में एस.डी.आर.एफ.ने 4 युवकों को नदी पार से रोप रिवर क्रॉसिंग टेकनीक से सकुशल किया रैस्क्यू।
मानसून के दौरान नदी का जलस्तर कब बढ़ जाए यह कोई नहीं कह सकता है। ऐसे में नदी किनारे जाना या नदी पर उतरना खतरनाक हो सकता है। लेकिन लोग सब कुछ जानते हुए भी नदी में जाने की गलती करते है। और मुसीबत में पड़ जाते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तराखण्ड में नैनीताल स्थित वरदो गांव से सामने आया है जहां रविवार को कुछ युवक नदी में उतरकर नदी के दूसरे छोर पर चले गए और नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया और युवक नदी के दूसरे छोर पर फंस गए। जिनको एस.डी.आर.एफ.ने रोप रिवर क्रॉसिंग टेकनीक से सकुशल रैस्क्यू किया।
नैनीताल जिले में दुर्गम वरदो गांव में बहने वाली कोसी नदी में 4 युवकों के फंसे होने की सूचना पुलिस को मिली। सूचना के बाद तत्काल एस.डी.आर.एफ.को उफनती नदी से चारों युवाओं को रैस्क्यू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। एस.डी.आर.एफ.ने रैस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल पहुँचकर रैस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
दोपहर में हुए इस ऑपरेशन में एस.डी.आर.एफ.ने नदी पार फंसे चारों युवकों को रोप रिवर क्रॉसिंग टेकनीक से नदी पार कराकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। टीम, खतरनाक और लंबे रैस्क्यू ऑपरेशन के बाद चारों युवकों को सकुशल तेज बहाव वाली नदी से बाहर निकाल लाई।
युवकों ने बताया कि वो नदी पर गए थे लेकिन अचानक पानी का बहाव बढ़ गया। वो पानी के दूसरे छोर में ही अटक गए। फंसे युवकों में दिल्ली निवासी 20 वर्षीय शिवम् जयसवाल और 20 वर्षीय विपांशु रावत, बेतालघाट निवासी 12 वर्षीय विवेक बिष्ट और काकड़ीघाट निवासी 18 वर्षीय रोहित बिष्ट थे।