उत्तराखंड
कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत के दरबार में भूमि विवाद, धोखाधड़ी, जालसाजी, अतिक्रमण, पेंशन, की समस्याओं
हल्द्वानी -कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में पूर्व की भांति शनिवार को कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में जनता दरबार का आयोजन किया गया। जनता दरबार में जनता द्वारा विभिन्न प्रकार की समस्याओं को आयुक्त दीपक रावत के समक्ष रखा गया, जिनमें से अधिकांश, समस्याएं भूमि विवाद, धोखाधड़ी, जालसाजी, अतिक्रमण, पेंशन, पेयजल, साफ-सफाई, सैलेरी भुगतान न करने आदि से संबंधित थीं, जिनमें से अधिकतर समस्याओं का समाधान कुमाऊं आयुक्त द्वारा मौके पर ही कर दिया गया और शेष समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्राथमिकताओं के आधार पर जनता की समस्याओं का समाधान किया जाए।
दीपक रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड को देवभूमि के रूप में जाना जाता है, यहां अपराध का ग्राफ न्यूनतम होना चाहिए।
मिलावटखोरों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश खाद्य सुरक्षा अधिकारी को दिए
आमजन अपनी शिकायतों के निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों के पास ही जाए। समाधान न होने पर ही उच्च अधिकारियों के पास पहुंचे
गली न. 43 छड़ायल सुयाल निवासियों ने विगत जन सुनवाई में आयुक्त को आवगत कराया था कि उनके आवास के निकट पोल्ट्री फार्म स्थापित है, जिसके प्रदूषण से स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामाना करना पड़ रहा है, जिस पर आयुक्त द्वारा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को स्थलीय निरीक्षण कर मानकों का अनुपालन हो रहा है या नहीं रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये थे। पशु चिकित्साधिकारी के मानकों के अनुसार आवसीय क्षेत्र से न्यूनतम निर्धारित दूरी 500 मी. होनी चाहिए, जबकि शिकायतकर्ता का मकान 10 फिट पर है तथा नहर/वॉटरसोर्स की दूरी 100 मी. होनी चाहिए, जबकि सिंचाई गूल/नहर 8.5 मी. पर है जो मानकों के अनुरूप नहीं है। आयुक्त ने पोल्ट्री फार्म का कार्य करा रहे मालिक को तीन माह में फार्म को शिफ्ट करने के निर्देश दिए।
शिकायतकर्ता राजीव राठौर निवासी शिवपुरी भोलानाथ गार्डन, हल्द्वानी द्वारा अपने बड़े भाई के खिलाफ शिकायत की गयी कि पिता (स्व. हरिओम) के नाम मेहरोत्रा मार्केट साहूकारा लाईन पटेल चौक में एक दुकान थी, जिसे पिता की मृत्यु के पश्चात बड़े भाई ने फर्जीवाड़ा कर अपने नाम रजिस्ट्री करा ली। दोनों पक्षों की शिकायत सुनने के बाद आयुक्त ने नगर निगम को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।