उत्तरकाशी
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने रेलवे बनाम गफूर बस्ती मामले सीएम धामी से मुलाकात कर हस्तक्षेप करने की मांग की।
Newsupdatebharat Uttarakhand Dehradun Report Rahul Singh Darmwal
देहरादून – रेलवे भूमि बनाम गफूर, ढोलक बस्ती मामले में हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से लोगों की जिंदगी से जुड़े इस बेहद संगीन मामले मामले में सीधे हस्तक्षेप करने की मांग की है।
वर्ष 2016 में दायर एक जनहित याचिका के फलस्वरूप उच्च न्यायालय द्वारा रेलवे भूमि पर अतिक्रमण का मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इसी प्रकरण पर उच्चतम न्यायालय द्वारा नगर निगम हल्द्वानी, राजस्व विभाग एवं रेलवे को संयुक्त सीमांकन कर अपनी रिपोर्ट प्रेषित करने का आदेश दिया था। अब वर्तमान में रेलवे द्वारा नगर निगम हल्द्वानी एवं राजस्व विभाग के साथ संयुक्त सीमांकन किये बगैर जो नक्शा पेश किया गया है उसमें नजूल एवं राजस्व भूमि को भी सम्मिलित कर दिया गया है। जिसमें 20 से अधिक सरकारी एवं निजी विद्यालय, मन्दिर-मस्जिद, सरकार द्वारा निर्मित सामुदायिक केन्द्र तथा अन्य कई निजी सम्पत्तियों को भी रेलवे की भूमि बताया गया है जोकि राज्य सरकार एवं उस भूमि में निवास कर रहे राज्य के निवासियों के हितों पर कुठाराघात है। इससे पूर्व भी मेरी स्व० माताजी एवं तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष डॉ० स्व० इन्दिरा हृदयेश जी द्वारा गरीब जनता को उच्चतम न्यायालय से स्थगनादेश दिलाकर राहत दिलाने का कार्य किया गया था। उसके बाद भी राजस्व विभाग एवं नगर निगम द्वारा अपनी जमीन के चिह्नीकरण हेतु कोई भी ठोस कार्य नहीं किया गया है।
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस मामले में हस्तक्षेप करने का निवेदन किया। इस प्रकरण में हस्तक्षेप कर रेलवे, नगर निगम हल्द्वानी एवं राजस्व विभाग को संयुक्त सीमांकन करने का तत्काल आदेश जारी कर नगर निगम हल्द्वानी एवं राजस्व विभाग की भूमि पर निवास कर रहे हजारों व्यक्तियों जिसमें सभी धर्म सम्प्रदाय के लोग शामिल है, के प्रति न्याय करने की कृपा करें क्षेत्र की जनता सदैव आपकी आभारी रहेगी।