उत्तराखंड
कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाला गंगा स्नान हुआ रद्द, हर की पौड़ी पर पीएसी कंपनी के साथ ही,20 दरोगा और 50 कॉन्स्टेबल रखेंगे पैनी नजर ।
रिपोर्ट-राहुल सिंह दरमवाल
कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले गंगा स्नान को रद्द कर दिया है।साथ ही जिला प्रशाशन के निर्देशानुसार बाहरी राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए 29 और 30 नवंबर को हरिद्वार जिले की सभी सीमाएं सील रहेंगी, वही हरकी पैड़ी पर स्नान पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान रद्द होने के बाद हरकी पैड़ी पर कोई भी यात्री या फिर स्थानीय व्यक्ति स्नान को न पहुंच सके इसको लेकर हरकी पैड़ी पर पुलिस का भारी पहरा होगा। जिसके लिए हरकी पैड़ी और आसपास के गंगा घाटों में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
वहीं नगर कोतवाली पुलिस ने सुरक्षा को लेकर दो प्लाटून पीएसी के अलावा 20 दरोगा और 50 कॉन्स्टेबल की मांग की है। जबकि सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने की तैयारी है। और सीमाओं को सील किया जाएगा, ताकि कोई भी यात्री हरिद्वार में न आ सकें। स्थानीय लोगों के लिए भी हरकी पैड़ी पर प्रतिबंध किया गया है। वही इस निर्णय का श्रीगंगा सभा और व्यापारी इसका विरोध कर चुके है।
उनका कहना है कि हरकी पैड़ी को प्रतिबंध से मुक्त किया जाए। बीते बुधवार को प्रशासन के साथ हुई बैठक में व्यापारी और गंगा सभा के पदाधिकारियों ने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी थी।
जिला प्रशासन के आदेशों के पालन के लिए पुलिस पूरी तरह तैयार हो गई है। हरकी पैड़ी पर स्नान के दिन पुलिस का पहरा रहेगा। हरकी पैड़ी, सीसीआर टॉवर समेत अन्य जगह बैरिकेडिंग भी की जाएगी।