उत्तराखंड
कोविड 19 के संक्रमण ने फिर से पसारे पैर, 282 मिले नए केस, 8 छात्रों के कोरोना संक्रमित होने से मचा हड़कंप।
देहरादून – उत्तराखंड में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं 26 जुलाई को उत्तराखंड में 282 कोरोना के मामले आए। 223 मरीज ठीक हुए, 1180 एक्टिव कोरोना के मरीज, उत्तराखंड में सैंपल पॉजिटिव रेट 13.08 हुआ,अल्मोड़ा 18, बागेश्वर 1, देहरादून 137, हरिद्वार 22, नैनीताल 35, पौड़ी 3, रुद्रप्रयाग 2,टिहरी 19, उधम सिंह नगर 32, उत्तरकाशी में 13 कोरोना के मामले आए।
उत्तराखंड के चंपावत जिले में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों बढ़ोतरी देखने को मिली है जिसके बाद से जनपद में सख्ती शुरू हो गई है। चंपावत के जिलाधिकारी नरेंद्र भंडारी ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
जिलाधिकारी नरेंद्र भंडारी के मुताबिक, चंपावत में सार्वजनिक जगहों पर अब हर व्यक्ति के लिए मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना करना जरूरी होगा। कोविड के बढ़ते केसों को देखते हुए प्रशासन की तरफ से ये कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि इसे लेकर सभी विभागों के प्रमुखों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। आदेश के मुताबिक सभी विभाग के अधिकारी जिले के बाहर की यात्रा से लौटने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य करें।
चिकित्सा अधिकारी डॉ. इंद्रजीत पांडेय ने बताया कि चंपावत में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. 25 जुलाई को अकेले बाराकोट में कोविड 19 के सात नए मामले सामने आए थे. जिले में 16 कोरोना संक्रमितों को उनके घरों में ही आईसोलेट कर दिया गया है. कोविड केसों में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है।
वहीं टिहरी के राजीव गांधी नवोदय विद्यालय देवलधार के आठ छात्र और एक शिक्षक कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फकोट प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डां. जगदीश जोशी, चिकित्सा अधीक्षक श्रीदेव सुमन राजकीय उप जिला चिकित्सालय डॉ. अनिल नेगी ने बताया कि राजीव गांधी नवोदय विद्यालय से अध्ययनरत छात्रों की तबीयत खराब होने की सूचना मिलने पर विभाग ने विद्यालय में 24 जुलाई को 190 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया था।
जिसमें से आठ छात्र और एक शिक्षक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी संक्रमित बच्चों व शिक्षक को विद्यालय के हॉस्टल के अलग कमरों में आइसोलेट रखा गया है।
उनकी मॉनीटरिंग की जा रही है। संक्रमित लोगों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। विभाग द्वारा यह भी देखा जा रहा है कि यह संक्रमण किसी बाहर से आए व्यक्ति द्वारा तो नहीं हुआ। प्रधानाचार्य को विद्यालय परिसर में कोरोना संक्रमण गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराने के लिए कहा गया है।