उत्तरकाशी
सीएम धामी ने सिलक्यारा टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का लिया जायजा, लगातार बढ़ा रहे श्रमिको का हौसला
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायज़ा लिया। मुख्यमंत्री ने टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने ऑगर मशीन की स्थिति के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पाइप में फंसी ऑगर मशीन को अतिशीघ्र निकाला जाए। ऑगर मशीन को निकालने हेतु जो मशीन या टेक्नोलॉजी का उपयोग हो, उसे अतिशीघ्र मंगवाया जाए।
मुख्यमंत्री ने टनल में फंसे श्रमिकों को भेजे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच भी की। उन्होंने श्रमिकों को भोजन भेजने की विधि को भी जाना। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की हर मांग को प्रथमिकता से लिया जाए एवं जो सामग्री संभव हो उन्हें भेजी जाए। मुख्यमंत्री ने टनल में एसडीआरएफ द्वारा स्थापित ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप के माध्यम से अंदर फंसे श्रमिकों में से गब्बर सिंह, सबाह अहमद, अखिलेश से बात कर सभी मजदूरों के बारे में जानकारी ली और उनका हौसला आफजाई किया। मुख्यमंत्री ने अंदर फंसे श्रमिकों से कहा कि कोई भी दिक्कत होने पर अधिकारियों को सूचित करें।
उन्होंने कहा कि आप सभी को जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा। पूरा देश आपके साथ खड़ा है। केंद्र एवं राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि सभी श्रमिकों को शीघ्र और सुरक्षित बाहर निकाला जाए। उन्होंने कहा कि जो भी तकनीक एवं संसाधन मौजूद हैं उनका इस्तेमाल कर रेस्क्यू ऑपरेशन में और अधिक तेजी लाई जाए। और जरूरत हो तो अतिरिक्त संसाधनों को भी बाहर से तत्काल मंगाया जाए। राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा। हम सभी मिलकर अति शीघ्र राहत एवं बचाव कार्य को पूर्ण करेंगे।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखण्ड सरकार के सलाहकार भास्कर खुल्बे, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस संधु, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय( भारत सरकार) के सचिव अनुराग जैन, एमडी एनएचआईडीसीएल महमूद अहमद उपस्थित रहे।
इसके साथ ही कमिश्नर गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे, रेस्क्यू आभियान के समन्वयक सचिव डॉ. नीरज खैरवाल, पीएमओ उप सचिव मंगेश घिल्डियाल, विधायक संजय डोभाल, विधायक सुरेश चौहान, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला एवं अन्य लोग भी मौजूद रहे।