उत्तराखंड
संयुक्त कर्मचारी महासंघ 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 26 अगस्त से आंदोलन शुरू
Newsupdatebharat Uttarakhand Pithoragarh Report Manoj Chand
पिथौरागढ़ – संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी ने बताया कि महासंघ अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 26 अगस्त से आंदोलन शुरू करेगा।
उन्होंने कहा कि इस क्रम में 26 अगस्त को जनपद पिथौरागढ़ और जनपद पौड़ी में 11:00 से 1:00 तक निगम के आवास गृह, गैस सर्विस और अन्य इकाइयों के कर्मचारी कार्य बहिष्कार के साथ साथ पौधारोपण और स्वच्छता कार्यक्रम चलाएंगे। मुख्यालय में जिलाधिकारी और तहसील स्तर पर उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेंगे।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से संविदा में कार्यरत कर्मचारियों का नियमितीकरण करने संविदा कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 25000 करने। दोनों निगमों के कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित करते हुए अतिरिक्त मानदेय देने। दोनों निगमों की आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए 50– 50 करोड़ का आर्थिक पैकेज देने, दोनों निगमों को रेत खनन, एफ एल टू का कार्य, व पर्यटन संबंधी निर्माण के कार्य देने, दोनों निगमो का एकीकरण कर पर्यटन परिषद में समायोजित करने, दोनों निगमों के नियमित हुये कर्मचारियों को पुरानी सेवा का लाभ देने ,,दोनों निगमों के सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लंबित देयको का भुगतान करने, चतुर्थ श्रेणी से तृतीय श्रेणी में विभागीय कोटा भरने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 2800 ग्रेड पे के एरियर का भुगतान करने,अटल आयुष्मान योजना का लाभ दोनों निगमों के नियमित व संविदा कर्मचारियों को देने, निगम के किसी आवास गृह व इकाई को पीपीपी मोड में नहीं देने, दोनों निगमो में व्याप्त वेतन विसंगति को दूर करने की मांगे प्रमुख हैं।
गुरु रानी ने कहा कि राज्य में उनका संगठन एक ऐसा संगठन है जो अपनी मांगों को मनाने के लिए पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में पौधारोपण कर आंदोलन करता है। यह अपने आप में अनूठा आंदोलन है इससे जहां कर्मचारी अपनी जायज मांगों को शासन स्तर तक पहुंचाते हैं वहीं दूसरी ओर समूचे उत्तराखंड में बृहद स्तर पर पौधारोपण किया जाता है। और निगम के आवास व कार्यारया परिसर की सफाई हो जाती है। गुरु रानी ने कहा कि सभी जनपदों में इस प्रकार के कार्यक्रम 7 सितंबर तक चलाए जाएंगे साथ ही 10 सितंबर को संपूर्ण उत्तराखंड में 1:00 बजे से 5:00 बजे तक कार्य बहिष्कार के साथ-साथ पौधारोपण व स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जाएगा।