उत्तराखंड
गैरसैंण के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र के एक गाँव सारकोट में लेह-लद्दाख में शहीद हुए जवान के घर पहुँचे मुख्यमंत्री धामी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शहीद वासुदेव के परिजनों से मिलने गुरुवार को उनके गाँव पहुंचे, वैसे तो यह गाँव बेहद सुंदर और खुशहाल गांव है, लेकिन आज इस गाँव में मातम छाया हुआ है, खासतौर से शहीद वासुदेव के घर में।
वैसे तो जिसने अपना जवान बेटा खो दिया हो उसके कलेजे पर मरहम कौन लगा सकता है? उसकी दर्द को कभी कोई महसूस भी नहीं कर सकता, जबतक उसने खुद उस दर्द को महसूस न किया हो।
पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री होने के साथ ही एक सैनिक के पुत्र भी हैं इसलिए शायद वो उस दर्द को समझते हैं, इसीलिए भीषण दुर्गम रास्तों से गुजर कर वे आज शहीद वासुदेव के गांव पहुंचे।
*लेह-लद्दाख में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए हवलदार बसुदेव सिंह के परिजनों से मिलकर व्यक्त की शोक-संवेदना*
मुख्यमंत्री ने कहा कि हवलदार बसुदेव सिंह ने देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिसके लिये पूरा देश उनका ऋणी रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शहीद के परिजनों के साथ खड़ी है। उन्होंने शहीद हवलदार के परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।