उत्तराखंड
चार धाम यात्रा खोलने हेतु स्थानीय लोंगो ने निकाली रैली। सरकार के खिलाफ की नारेबाजी।
Newsupdatebharat Uttarakhand
Badrinath Report Rahul Singh Darmwal
बद्रीनाथ- बद्रीनाथ धाम में बद्रीश संघर्ष समिति के नेतृत्व में व्यापार सभा, नवयुवक मंगल दल और स्थानीय लोगों ने साकेत तिराहे से लेकर नगर पंचायत तक सड़कों में उतर कर बद्रीनाथ यात्रा खोलने हेतु सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाकर रैली निकाली। और स्थानीय लोगों ने बिजली, पानी, व टैक्स माफी की मांग की है।

स्थानीय लोगो का कहना कि जब सरकार ने जब सभी पर्यटक स्थल पर्यटकों के लिए खोल दिए हैं तो फिर सिर्फ चार धाम ही अभी तक यात्रा से क्यों वंचित रखा जा रहे है।
साथ ही कहा कि हम सब हाईकोर्ट के आदेशों का सम्मान करते है। अगर बद्रीनाथ मंदिर को कोर्ट द्वारा अभी खोलने के लिए प्रतिबंधित है तो मंदिर को छोड़कर बद्रीनाथ धाम में आसपास के जो तीर्थ स्थल है उन पर्यटक स्थलों तक श्रद्धालुओं को आने दिया जाए।
बद्रीश संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता का कहना है कि लगभग 1 महीने पहले भारत सरकार की कोविड 19 के लिए एक नई गाइडलाइन आई थी। जिसमें सभी स्थान खुल चुके हैं यहां तक की बद्रीनाथ धाम से 20 किलोमीटर नीचे गोविंदघाट, फूलों की घाटी भी पर्यटकों के लिए खुल चुकी है।
लेकिन हमें समझ नहीं आ रहा हैं कि आज भी चार धाम क्यों नहीं खोले गए। आखिर चार धाम से भेदभाव क्यों। चारधाम यात्रा ने स्थानीय लोगों के फायदा होता है। स्थानीय लोगो को रोजगार मिलता है। लेकिन सरकार इसबात को अनदेखा कर रही है। हमारे साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
इस अवसर पर विनोद डिमरी, जमुना प्रसाद रवानी, अंशुमान भंडारी, राघव पवार, सोमेश पवार, सत्यम राणा, कौशल भंडारी, विपुल डिमरी व अन्य लोग उपस्थित थे।

