उत्तराखंड
पहाड़ की संस्कृति के साथ ही पहाड़ी खाने के स्वाद को भी साथ ले गए विदेशी मेहमान, KMVN ने मंडुवे के बिस्किट और बुरांश का जूस
केमवीएन कई दशकों से पर्यटकों व तीर्थयात्रियों को दे रहा है सेवा, इसी कड़ी में आज वैश्विक स्तर पर आयोजित जी 20 कार्यक्रम में केएमवीएन को जिम कॉर्बेट बिजरानी में विदेशी मेहमानों को सेवा देने का अवसर मिला।
रामनगर में आज गुरुवार को जिम कॉर्बेट बिजरानी में उत्तराखंड के अपने केएमवीएन को जी 20 सीएसएआर के लिए रामनगर में आये हुए विदेशी डेलीगेट्स को नाश्ता कराने का अवसर मिला जिस कार्य को निगम द्वारा बखूबी निभाया गया। अपना पहाड़ी मंडुआ जो कि कैल्शियम से भरपूर है व वर्तमान में सरकार द्वारा इसकी महत्ता को देखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य भी घोषित किया गया है। विदेशी मेहमानों को विश्व प्रसिद्ध नेशनल पार्क जिम कॉर्बेट के घने जंगल में मंडुए के बिस्कुट, राज्य पुष्प बुरांस के जूस के साथ ही अन्य उत्पादों को परोसा गया जिसका उनके द्वारा लुत्फ उठाया गया।
विदेशी मेहमानों ने बिजरानी की जंगल सफारी की व कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व, रामनगर द्वारा वन्यजीव संरक्षण हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली गई। विदेशी मेहमानों को वन्य जैव विविधता, वनों का नैसर्गिकता व वन्य जीवों का संरक्षण की महत्ता से विदेशी मेहमानों को अवगत कराना अपने आप मे महान अवसर है।
बिजरानी रेंज में कुमाऊँनी संस्कृति में सीटीआर द्वारा विदेशी मेहमानों का स्वागत किया गया। जंगल सफारी में वन की जैव विविधता के साथ ही उसकी शुद्धता को देख मेहमान प्रसन्न हुए। सफारी के दौरान उन्हें बाघ, हाथी, सांभर,हिरन , मोर व अन्य जीव को नग्न आखों से जंगल के बीच देखने का मौका मिला।
सफारी से वापसी के दौरान वनविभाग द्वारा वन्यजीव बचाव व पुनर्वास में प्रयोग की जाने वाली तकनीक की जानकारी दी गई। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर सीटीआर के प्रयासों से गठित स्थानीय इको डेवेलपमेंट समिति(edc) के सदस्यों से मिलाया गया व बताया किस प्रकार ईडीसी द्वारा स्थानीय सहभगिता से वनों को संरक्षित करने का प्रयास किया जाता है।