उत्तराखंड
अलर्ट जारी, बारिश का दौर 24 घंटे से ज्यादा समय तक जारी रहने की संभावना। एहतियात बरतने की सलाह।
उत्तराखंड -:उत्तराखंड में एक सप्ताह पूर्व से ही भारी बारिश का कहर जारी है, 2 दिन पहले देहरादून में रेड अलर्ट जारी किया गया था। इस दौरान मौसम विभाग द्वारा बादल फटने की आशंका जताई गई थी। अब एक बार फिर से मंगलवार से राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई गई, विभाग ने राज्य के 5 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
अगले 24 घंटे में उत्तराखंड के पांच जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने भारी वर्षा को देखते हुए पर्वतीय जिलों में अलर्ट जारी कर एहतियात बरतने की सलाह दी है। इन जिलों में देहरादून समेत, टिहरी, पौड़ी नैनीताल व चंपावत का नाम शामिल है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य के हरिद्वार, पौरी गढ़वाल, बागेश्वर और नैनीताल में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी हुआ है. वहीं इसके अलावा पिथौरागढ़, चंपावत और उधम सिंह नगर में भी बारिश की संभावना जताई करते हुए इन जिलों में प्रशासन ने लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है।
वहीं उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देने के साथ ही राज्य में भूस्खलन को लेकर चिंताएं बढ़ गई है। पिछले एक हफ्ते में, केदारनाथ और अन्य स्थानों में भूस्खलन और बारिश में चट्टानों के खिसकने से कम से कम पांच पर्यटकों की जान गई है, हर साल खासतौर पर मॉनसून के दौरान उत्तराखंड को प्राकृतिक आपदाओं से जान-माल का भारी नुकसान झेलना पड़ता है। विशेषज्ञों का मानना है कि हिमालय के पर्वत नए होने के कारण बेहद नाजुक हैं, इसलिए ये बाढ़, भूस्खलन और भूकंप के प्रति काफी संवेदनशील हैं। यहां खासतौर पर मॉनसून के दौरान, जब भारी बारिश के चलते यहां प्राकृतिक आपदाओं की आशंका बढ़ जाती है.
सोमवार रात को बारिश के बाद मंगलवार को बदरीनाथ में मौसम साफ बना हुआ है। हाईवे पर यातायात सुचारू है और बदरीनाथ हेमकुंड साहिब यात्रा जारी है। केदारनाथ समेत रुद्रप्रयाग जनपद में बादल छाए हैं। केदारनाथ हाईवे पर यातायात सुचारू है।
मौसम विज्ञान केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार को गढ़वाल मंडल के तीन व कुमांऊ मंडल के दो जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन को सलाह दी गई है कि वह एहतियात बरतें। वर्षा का दौर 24 घंटे से ज्यादा समय तक भी जारी रहने की संभावना है।